लेखनी प्रतियोगिता -29-Mar-2023 नशा अभिशाप
विषय-शराबी
निर्मला छंद
शीर्षक-नशा अभिशाप
नशा करना है अभिशाप, रहो दूर सर्वथा।
करे जीवन का वह नाश,हिय में होती व्यथा।।
करें घर परिवार बर्बाद, रोगो को ढालता।
सदा होती विसरण मृत्यु, जीवन से हारता।।
बुलाता कैंसर को आज, हृदय पीर मांगता।
ग्रहण करता है कुविचार, अपनों से भागता।।
करो शराब का अब त्याग, मन में यह ठानना।
खिले जीवन में अब पुष्प, कथन सदा मानना।।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया
Varsha_Upadhyay
30-Mar-2023 08:37 PM
बहुत खूब
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madhura
30-Mar-2023 09:13 AM
nice
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
30-Mar-2023 08:21 AM
सुन्दर अभिव्यक्ति
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